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“ग्राम पंचायत  सागर  की भाग्य विधाता जनता

wwwcg24times.com February 10, 2025

“ग्राम पंचायत  सागर  की भाग्य विधाता जनता

                                      वोट देने के पहले थोडा सा विचार करें “

 

 अपने होने वाले सरपंच प्रत्याशी के बारे में और उनके विचारों  के बारे में प्रत्येक जागरूक  मतदाता को जानना जरूरी है | ताकि  चुनाव में अपना अमूल्य मत उन्हें देना है कि नहीं निर्णय लेने में आसानी होगी | आपका  एक वोट आपके  बच्चों व देश के भविष्य का निर्धारण करता है | इस कड़ी में हमने सभी ग्राम पंचायत  के सरपंच प्रत्याशी से मिल कर  बातचीत किया |

ग्राम पंचायत के  सरपंच ही  ग्राम के विकास के लिए आये पैसों  का उपयोग करता है अगर आपने सही व्यक्ति को वोट दिया तो आपके गांव का विकास होगा वरना पांच साल फिर इन्तजार करना पड़ेगा | आपके सामने सरपंच प्रत्याशी की वास्तविकता उनके डराने धमकाने के बाद भी ला रहे है , मात्र आप  जनता के लिए ताकि दुबारा उनके झूठ पर भरोसा करके उन्हें वोट नही देने का निश्चय करके उन्हें सबक सिखाये तथा सही आदमी को वोट दे कर अपने भावी पीढ़ी का उज्जवल भविष्य बनाये |

इस कड़ी में हमने  ग्राम पंचायत  सागर के सरपंच प्रत्याशी  श्रीमती अंजुलता पाण्डेय से मुलाकात किया ये काफी मिलनसार  लगी पूछने पर बताया की उन्होंने दसवीं . तक शिक्षा प्राप्त किया है पूर्व में इनके पति सुरेश पाण्डेय जनपद उपाध्यक्ष के रूप में  लोगो की सेवा भी किया  है |

उन्होंने कहा की अगर जनता सेवा का अवसर देती है तो वे शिक्षा ,स्वास्थ ,के क्षेत्र में काम करने के साथ सागर  के सभी जनता की इच्छा के अनुसार काम करेंगे   | उन्होंने खेल के लिये भी सहयोग करने की बात किया है उनका कथन है की खेल में भी ध्यान देंगे तो बच्चे नशा से दुर रहेंगे और पढाई के साथ खेल द्वारा भी नौकरी प्राप्त कर सकते है साथ ही अगर वो सरपंच बने तो सभी लडकियों को कराते की ट्रेनिंग दिलवाएंगे ताकि अपनी सुरक्षा खुद कर सकें |

 इनके विचारों से लगता है की अगर सागर ग्राम पंचायत की जनता चश्मा छाप पर इनको वोट देगी तो  उनके बच्चे और गांव का विकास होगा | सरपंच पत्नियाँ प्राय: नाम की सरपंच होती है पूरा पॉवर पति के हाथ में रहता है साथ ही उनके भाइयों का भी खौफ रहता है इस लिए सागर की जनता को सोच समझ कर वोट करना जरूरी है  | ताकि भविष्य में सरपंच से काम करवाना तो दुर उनसे बात करने में भी डर लगे | अन्यथा  पांच वर्ष फिर इंतजार करना पड़ेगा अपनी गलती सुधारने |

                                                     

 

 

 

 

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