गरीब आदिवासी न्याय के लिए कहाँ जाएँ ?
wwwcg24 times.com(ई पेपर) संपादक- राजू सिंह /टी.बी.सिंह(बी.जे.एम.सी.) -
किसी भी शासन मे जनता सुखी है या दुखी यह प्रशासन के अधिकारीयों व कर्मचारियों के कार्यों के द्वारा पता चलता है | कांग्रेस के माननीय भूपेश बघेल के शासन काल में अधिकारी व कर्मचारी बेलगाम हो गये है | उनके मन से सता का खौफ ख़तम हो गया है इसका प्रत्यक्ष उदाहरण ग्राम सोठी तहसील सीपत के राजस्व निरीक्षक अब्दुल कादिर के द्वारा ग्राम सोंठी का सीमांकन करवाने अप्रैल 2022 को 14,000/-(चौदह हजार रु. मात्र ) नगद आदिवासी गोंड जय सिंह गोड पिता स्व. साध राम गोड निवासी ग्राम सोंठी तहसील सीपत से लिया गया था |
उसके बाद पांच माह तक बार बार निवेदन करने के बाद सीमांकन भी नही किया पैसा भी वापस नही किया उल्टे ही आदिवासी गोंड को गाली गलौज करने लगा तब विवश होकर इसकी शिकायत अगस्त 2022 को आयोजित जन सुनवाई शिविर ग्राम सोंठी में सार्वजनिक रूप से भी आदिवासी गोंड जय सिंह पिता स्व. साध राम ने शिकायत किया कि ग्राम सोठी तहसील सीपत के तत्कालीन राजस्व निरीक्षक अब्दुल कादिर के द्वारा ग्राम सोंठी तहसील सीपत प.ह.न.07, रा.नि.म. सीपत खसरा न. 308/5,351/8,433/4,684/4,719/14,719/17,722 /13, 722/16 कुल रकबा 0.375 हेक्टेयर भूमि राजस्व अभिलेख में दर्ज है जो न्यायालय श्रीमान तहसीलदार सीपत के रा.प्र.क्र. 3/अ-27/2017-18 आदेश दिनांक 03/08/2018 से खाता विभाजन भी किया जा चुका है | .
इसका सीमांकन करवाने अप्रैल 2022 को 14,000/-(चौदह हजार रु. मात्र ) लिया था अब तक नही किया गया पैसे भी वापस नहीं किये | कृपया उसका सीमांकन अति शीघ्र कराए ,नही कराया जाता है तो उक्त राशि वापस कराया जावे और राजस्व निरीक्षक अब्दुल कादिर पर कार्यवाही किया जावे | परन्तु आज जनवरी 2023 हो गया अभी तक सीमांकन नही किया गया है पैसा भी वापस नही किया गया कार्यवाही भी नही किया गया | गरीब आदिवासी न्याय के लिए कहाँ जाएँ ?