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एसोसिएशन आफ इन्वेस्टिगेशन एंड डिटेक्टिव (A.I.D.) के नेशनल सेमिनार में डिटेक्टिव (जासूस ) ललित पासवान

wwwcg24times.com September 23, 2024

एसोसिएशन आफ इन्वेस्टिगेशन एंड डिटेक्टिव (A.I.D.) के नेशनल सेमिनार में  डिटेक्टिव (जासूस ) ललित पासवान ने छत्तीसगढ़ का  प्रतिनिधित्व   किया

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wwwcg24times.com) संपादक- राजूसिंह/टी.बी.सिंह(बी.जे.एम.सी.) बिलासपुर छ.ग.-

विगत दिवस देश भर के जासूसों की राष्ट्रिय संस्था A.I.D.का राष्ट्रिय सेमीनार दा पिनेकल इन सारनाथ होटल वाराणसी में किया गया था | उक्त सेमिनार में  ललित पासवान जी ने छत्तीसगढ़ का  प्रतिनिधित्व   किया  |

उन्होंने बताया की उक्त सेमीनार में पुरे देश  के प्राइवेट जासूसों ने भाग लिया था | आधुनिक युग  को डिजिटल युग भी कहा जाता है तो अब अपराध भी डिजिटल हो रहा है | जिसे साइबर अपराध भी कहा जाता है | इस सेमीनार में साइबर अपराध और उससे बचने के आधुनिक तकनीकों के विषय में  ट्रेनिंग  का आयोजन किया गया था  |

जासूसों की राष्ट्रिय संस्था A.I.D.का राष्ट्रिय अध्यक्ष जग्गा सुरेन्द्र  ने साइबर क्राईम के लगातार बढने का  कारण और उससे बचने के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश  डाला |

उन्होंने कहा की इससे कोई  बच नहीं सकता चाहे  कोई भी हो | इससे बचने  का एक ही उपाय है  जागरूकता के साथ आधुनिक तकनीक का  सही उपयोग करना और मजबूत पासवर्ड बनाना ,फिसिंग ई मेल से बचना ,नियमित रूप से साफ्टवेयर को अपडेट करना आदि |

आज प्राइवेट जासूसों की मांग हर क्षेत्र में बढ़  गई है | इसका  उदाहरण प्रसिद्ध अभिनेता शाहरुक खान के बेटे  का प्रकरण  है  | आज के  डिजिटल दुनिया में  क्राइम भी डिजिटल ढंग से हो रहा है इस कारण प्राइवेट जासूसों को आधुनिक तकनीकों से अपडेट होना जरूरी हो गया है |

आज के आधुनिक युग में प्राइवेट जासूसों को कोड आफ कन्डक्ट का पालन करते हुए लीगल फ्रेम में कार्य करना पड़ता है | इस लिए उनको  अप ग्रेड  करने यह 8 नेशनल सेमीनार का आयोजन किया गया है | किसी भी केस का  मुख्य हथियार साक्ष्य होता है इसी के आधार पर मान्य न्यायलय  अपना फैसला सुनाती है |

 प्राइवेट जासूसों का मुख्य काम आधुनिक तकनीकी का उपयोग करके साक्ष्य इक्कठा करके अपने क्लाइंट को देना होता है | ललित पासवान ने  बचपन से ही जासूस बनने का सपना देखा था जो की घर वालों को कतई मंजूर नही था | क्योकि सभी माँ पिता का सपना होता है उनका बेटा डॉ. इंज , बने कोई भी जासूस को पेशा उनका होनहार बेटा बनाये  सोच भी नहीं सकता | पर इन्होने अपने सपने को साकार किया आज बड़े बड़े लोग इनकी सेवा लेते है | इनका ऑफिस पुराना बस स्टैंड बजरंग काप्लेक्स के पीछे इमली पारा रोड पांडेय काप्लेक्स   महाराणा भवन के पास में है |

 

 

 

 

 

 

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