9391313614

समाज सेवा ही मेरे जीवन का लक्ष्य – युवा नेता अंकित गौरहा

Super Admin September 12, 2022

  www.cg 24 times .com -(संपादक -राजू सिंह /टी.बी.सिंह BJMC)बिलासपुर छग. -   आज की युवा पीढ़ी  भौतिकता के चकाचौध में गिरफ्त हैं | कोई कलेक्टर   का सपना देख रहा है ,तो कोई सचिन तेंदुलकर तो कोई आई..एस.तो कोई डाक्टर ,इंजीनियरिंग की पढाई करके अपना केरियर बनाने में जूटा है | कुछ  युवा   नशा, घुमने फिरने का आनंद ले रहा है ,तो कोई युवा गुंडागर्दी को ही अपना केरियर बना रहा है | सभी युवा अपने में मस्त है , किसी के पास किसी के लिए समय ही नहीं है |

ऐसे माहौल में कोई युवा कहें  की समाज  सेवा ही मेरे जीवन का लक्ष्य है ,तो बड़ा आश्चर्य जनक लगता है ,तथा यह लगता है की वह युवा  ढकोसला ,दिखावा कर रहा है | एक ऐसे ही युवा से आपका परिचय करवाने जा रहा हूँ जिसने बहुत ही अल्प आयु में समाज सेवा को ही अपना करियर बनाने का संकल्प ले कर समाज सेवा में जुट गया | उस समाज सेवी युवा नेता का नाम है अंकित गौरहा  जो आज किसी परिचय का मोहताज नही है |  अंकित गौरहा में समाज सेवा का संस्कार बचपन से पड गया |उनके पिता मंडी अध्क्षय थे , इस कारण  लोग अपनी समस्या ले कर उनके पास आते थे तथा उनके पिता सबकी समस्या का  समस्या का समाधान करते , कोई खाली हाथ वापस नही जाता था , इस कारण पुरे आसपास के क्षेत्र में उनकी बहुत इज्जत व मान सम्मान था |उनके मानसम्मान को देख बचपन  से ही उनके मन में अपने पिता की तरह समाज सेवा करने की भावना उत्पन्न हुआ बड़े होने के बाद समाज सेवा को ही अपना जीवन का मकसद बनाया | समाज सेवा के क्षेत्र में उनका प्रारंभ अपने गृह ग्राम सेमरा में स्थित शराब भट्टी को हटाने को ले कर हुआ | ग्राम सेमरा में स्थित शराब भट्टीहोने के कारण गाँव के बच्चे बूढ़े सब शराब के आदि हो गये थे शराब पीने के कारण  गाँव के लोग आपस में मारपीट करते थे जिससे गाँव  का माहौल ख़राब हो  रहा था और सबसे अधिक प्रताड़ित गाँव की महिलाएं हो रही थी |क्योकिं दिनभर  मजदूरी करने के बाद उनके पति जो भी पैसा कमाते थे वो शाम को शराब में उड़ाते  जिससे बच्चों की शिक्षा व घर के राशन आदि में परेशानी होती थी ,साथ ही शराब पी कर महिलाओं के साथ मारपीट करते थे |  गांव की महिलाएं मिल कर शराब भट्टी को हटाने सरपंच, तहसीलदार,कलेक्टर सभी को ज्ञापन सौपा तथा शराब भट्टी गाँव से बाहर हटाने अनुरोध किया | परन्तु किसी ने उनकी बात नहीं सुनी शराब भट्टी कहीं नहीं  हटाया  |  गाँव की माँ बहनों की बेबसी देख कर अंकित गौराह ने माँ- बहनों को गाँव से  शराब भट्टी को हटाने का आश्वासन दिया तथा अपने दोस्तों ,महिलाओं व उनके बच्चों को लेकर घेराव,प्रदर्शन  किया | काफी दिनों के संघर्ष के बाद प्रशासन ने गाँव से शराब भट्टी को हटाया  | उनके इस सफलता से उनकी प्रसिद्धि में चार चाँद लगा दिया | आज  राजनीती के उच्च शिखर में बैठ कर जन सेवा कर रहें  हैं |  बिलासपुर की जनता उनकी सेवा भाव से अत्यंत प्रभावित है  |आगामी चुनाव में  इनका प्रभाव स्पस्ट रूप से देखा जा सकता है | इन्होनें अपने सेवा भाव से  भावी पीढ़ी को यह सन्देश दिया की  सेवा भाव को केरियर के रूप में ले कर लोगों की सेवा करके अपना भविष्य बनाने के साथ अपने गांव ,समाज का भी विकास कर सकते है |

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Share This