Cg 24 times .com (ई –पेपर ) बिलासपुर –(राजू सिंह/T.B.Singh -BJMC)-एक कहावत है कि गुलाब के पौधे को अपना परिचय देना नहीं पड़ता उसकी खुशबू हवा के झोकों के साथ चारों तरफ फैल कर अपने मौजूद होने का अहसास करवा देती है |
ठीक इसी प्रकार डा. रमेश वैष्णव कि सेवा कार्य भी उनका परिचय स्वयं देती है | विगत 15 वर्षो से स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपनी सेवाएँ दे रहें | आज इलाज बहुत खर्चीला हो गया है गरीब आदमी को अपना इलाज प्राइवेट अस्पताल में करवाना लगभग असम्भव हो गया है |
ऐसे अवस्था में गरीबों के मसीहा के रूप में उभरे डा. रमेश वैष्णव ने बहुत कम खर्चे में मंगला चौक बिलासपुर स्थित आरोग्यालय में गरीबों का इलाज करके पूर्ण रूप से स्वास्थ्य बना कर घर भेजा | जबकि आज चिकित्सा सेवा नहीं व्यापार महंगे शिक्षा प्रणाली के कारण बन गया है ,शासन मूक दर्शक बन कर सहयोग कर रही है | जब तक क्यूबा देश के सरकार की तरह भारत सरकार मेडिकल शिक्षा पूरी तरह निशुल्क नहीं करती तब तक निशुल्क और अच्छा इलाज जो जनता का मौलिक अधिकार है ,जनता को नहीं मिल सकता |जब तक देश की जनता दिल्ली की जनता की तरह धर्म ,जाति, पैसा से उपर उठ कर अपना वोट जनता के हित के लिए कार्य करने वाले सरकार को नही देगी तब तक जनता परेशान रहेगी |
डा. रमेश वैष्णव पिता श्री हीरादास मूल रूप से मोहरा पोस्ट सेलर थाना सीपत जिला बिलासपुर छत्तीसगढ़ के निवासी है वर्तमान निवासी यदुनंदन नगर साईं विहार बिलासपुर छत्तीसगढ़ के निवासी है | जीवन साथी शकुन्तला वैष्णव एम.ए. अंग्रेजी वर्तमान में आत्मानंद स्कुल में शिक्षिका के पद पर कार्यरत है उनके दो बच्चे हैं |
डा. रमेश वैष्णव के सेवाओं की कीर्ति मात्र बिलासपुर व छत्तीसगढ़ राज्य में ही नहीं बल्कि देश की राजधानी दिल्ली तक पहुंची | इनकी सेवा भाव से प्रभावित होकर मानव अधिकार सहायता समूह भारत के राष्ट्रिय पदाधिकारियों कि अनुशंसा से छतीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश कश्यप, बिंदु यादव , समस्त प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों द्वारा डा. रमेश वैष्णव को बिलासपुर जिला अध्यक्ष का कार्यभार का दायित्व सौपा गया है | जिससे यहाँ के गरीबों ,लाचार लोगों का सशक्त आवाज बन कर उनकी साहयता कर सकें |